डाइजेस्टिव सिस्टम को स्ट्रांग कैसे करें
नेचुरोपैथिक/होलिस्टिक, हेल्थ और मेडिकल, एल्टरनेटिव मेडिसिन जैसे के वर्गों में एक सफल व्यवसाय चलाना किसी भी व्यवसायी के लिए अद्भुद और प्राचीन मार्ग हो सकता है। इन व्यवसायों के तहत, आप लोगों की सेहत को सर्वोत्तम रखने के लिए विभिन्न प्रकार की औषधियों और विधियों का उपयोग करके एक स्वस्थ और संतुलित जीवन को प्रोत्साहित करने में मदद करते हैं।
डाइजेस्टिव सिस्टम का महत्व
डाइजेस्टिव सिस्टम (पाचन तंत्र) हमारे शरीर के एक महत्वपूर्ण हिस्से को दरअसल प्रभावित करता है। यह पाचन का कार्य करके खाना दिगेस्ट कर अपने तत्वों को शरीर के लिए उपयोगी करने में सहायता करता है। नियमित रूप से डाइजेस्टिव सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखना आवश्यक है ताकि आपका शरीर प्राकृतिक रूप से विभिन्न पोषक तत्वों को ले सके और सम्पूर्णता से संरक्षित रह सके।
डाइजेस्टिव सिस्टम की समस्याओं के कारण
आधुनिक जीवनशैली, खाद्य पदार्थों की गलत दिनचर्या, मानसिक तनाव, औषधि का अधिक प्रयोग, शराब या तंबाकू के सेवन, इत्यादि, कुछ उपयोगी, परंतु डाइजेस्टिव सिस्टम के निर्माण और कार्य पर बुरे प्रभाव डाल सकते हैं। यह समस्याएं आमतौर पर जठरांग-ग्रंथि के डिजल के कारण होती हैं जिन्हें आयुर्वेदिक ऋषियों ने अच्छी तरह से पहचाना है।
कुपोषण
अनुपानानुसार न खाना, तरल पदार्थों का अधिक सेवन या ठंडी पीने की पदार्थ, आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को परेशान कर सकते हैं। कुछ खाद्य पदार्थ डाइजेस्टिव अवयवों को कमजोर बना सकते हैं और पाचन तंत्र विकृतियों का कारण बन सकते हैं।
एसिडिटी
अधिक अम्ल (हाइड्रोक्लोरिक एसिड) का उत्पादन, जांच खाना, उच्च उष्णता, या अपच, डाइजेस्टिव सिस्टम में एसिडिटी का कारण बनते हैं। इससे शरीर में जलन, तीव्र चुकंदर, सीने में जलन, सूजन, रेफ्लक्स, ऊतकों का सीधे नगरीय आक्रमण और अन्य लक्षणों की प्राकृतिक संतुलन के विकृति के प्रभाव में विकास होता है। औषधीय उपचार, और आहार में सदियों से चुने गए आयुर्वेदिक उपचार एक साझा प्रयास के हिस्सा हैं जो एसिडिटी को कम करने और पाचन मार्ग को सुधारने में मदद करते हैं।
खराब पाचन
खाद्य पदार्थों का डाइजेस्ट न होना, अपच, तेजी से मिट्टी या किसी औषधि का अधिक सेवन, खाद्य संसाधनों की गलत संगठन, इत्यादि कारकों से खराब पाचन बन सकता है। यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम में अन्दरूनि के बदले व्यक्तित्व को प्रभावित कर सकता है, जो निर्माणशील तंत्रीक्रिया का संपादन करके कार्य में अस्थिरता पैदा कर सकता है।
डाइजेस्टिव सिस्टम को स्ट्रांग करने के तरीके
अब आपके दिमाग में यही बात एक सरल संकेत हाद पर पहुंचा होगा कि आप डाइजेस्टिव सिस्टम को कैसे स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं। आप डाइजेस्टिव सिस्टम को स्ट्रांग बनाने के लिए निम्नलिखित उपायों का उपयोग कर सकते हैं:
- स्वस्थ आहार: अपने आहार को स्वस्थ बनाने के लिए आपको उचित मात्रा में पोषक तत्वों को शामिल करने और तले गए वसा, तेल, मुरगगोशी के उत्पादों, सीयर सब्जियों से बचने की आवश्यकता है। प्रकृति द्वारा बनाए गए प्रोबायोटिक खाद्य उत्पादों (जैसे दही, छाछ, पिकल्स) का सेवन करने में मदद कर सकता है जिन्हें गुमठियां, फल, सब्जी, अनाज, मखाना, योगुर्ट, आदि भरपूर मात्रा में मिले गा।
- पर्याप्त पानी पीना: दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है। यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए आवश्यक रसायनों को परिष्कृत करने और स्वच्छता बनाए रखने में मदद करेगा।
- नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करने से आपके मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी, जिससे आपके डाइजेस्टिव सिस्टम का कार्य ठीक से किया जा सकता है।
- स्ट्रेस प्रबंधन: स्ट्रेस आपके डाइजेस्टिव सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, इसलिए आपको स्ट्रेस प्रबंधन तकनीकों का समय-समय पर उपयोग करना चाहिए जैसे मेडिटेशन, मस्तिष्क शांति के लिए सर्किट योग, प्राणायाम इत्यादि।
- डाइजेस्टिव सुप्लीमेंट्स: यदि आपको डाइजेस्टिव सिस्टम की समस्या है, तो आप अपने आहार को पूर्ण करने के लिए डाइजेस्टिव सुप्लीमेंट का उपयोग कर सकते हैं। यह आपकी पाचन विधि को सुधारकर और digestive system ko strong kaise kare